तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नीतीश सरकार को घेरा है। साथ ही नीतीश सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं। शराबबंदी कानून के बीच जहरीली शराब से लगभग 39 लोगों की मौत हो गई है। छपरा, सिवान और गोपालगंज…
पटना: बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से शराबबंदी कानून को लेकर 12 सवाल पूछते हुए राज्य में शराबबंदी को सुपरफ्लॉप करार दिया और कहा कि यह संस्थागत भ्रष्टाचार का एक छोटा सा नमूना है।
तेजस्वी ने नीतीश सरकार से पूछे कई सवाल
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नीतीश सरकार को घेरा है। साथ ही नीतीश सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं। शराबबंदी कानून के बीच जहरीली शराब से लगभग 39 लोगों की मौत हो गई है। छपरा, सिवान और गोपालगंज में जहरीली शराब से 39 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। वहीं, इस घटना के बाद बिहार की राजनीति में हड़कंप मच गया है। नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया, ‘शराबबंदी नीतीश कुमार के संस्थागत भ्रष्टाचार का एक छोटा सा नमूना है। अगर शराबबंदी हुई है तो इसे पूर्ण रूप से लागू करना सरकार का दायित्व है लेकिन मुख्यमंत्री की वैचारिक और नीतिगत अस्पष्टता, कमजोर इच्छाशक्ति तथा जनप्रतिनिधियों की बजाय चुनिंदा अधिकारियों पर निर्भरता के कारण आज बिहार में शराबबंदी सुपरफ्लॉप है। सत्ताधारी नेताओं-पुलिस और शराब माफिया के नापाक गठजोड़ के कारण बिहार में 30 हजार करोड़ से अधिक अवैध शराब का काला बाजार फला-फूला है।’
राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में शराब क्यों बरामद हो रही?
राजद नेता ने कहा, ‘शराबबंदी के बावजूद बिहार में तीन करोड़ 46 लाख लीटर शराब की कागजों में बरामदगी दिखाई जा रही है। हालांकि एक ईमानदार वरीय पुलिस अधिकारी के अनुसार इसमें भी घपला है क्योंकि अवैध शराब की तस्करी के लिए पुलिस अधिकारी शराब पकड़ने/पकड़वाने का ढोंग रचते है जैसे की बीस ट्रक शराब के बिहार में घुसाने पर एक टूटा-फूटा ट्रक पकड़वाते है उसमें भी शराब की बजाय कुछ और द्रव्य पदार्थ होता है।’ प्रतिपक्ष के नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कुल 12 सवाल पूछे हैं। उनके पूछे गए इन सवालों ने बिहार में शराबबंदी की पोल खोल दी है। उन्होंने पूछा कि अगर बिहार में शराबबंदी कानून लागू है तो फिर राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में शराब क्यों बरामद हो रही है। यही नहीं तेजस्वी ने यह भी कहा है कि यदि कागजों में शराब की बरामदगी इतनी संख्या में दिखाई गई है तो इसमें घपला भी बड़े पैमाने पर हुआ होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में अगर शराबबंदी कानून लागू है तो फिर इस कानून को पूर्ण रुप से लागू कराना सरकार का दायित्व है।