वीडियो में कैथल का एक युवक का शव देखने को मिला, जो अमेरिका अपने सपने को पूरा करने के लिए गया था। वहीं, परिवार ने कच्ची सड़क पर पड़े अपने बेटे मलकीत के शव का एक वीडियो साझा किया। पिता और भाई ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया से पता चला कि पनामा के जंगल…
डेस्कः अमेरिका से 104 भारतीयों को डिपोर्ट किया है। डोंकी रूट की वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें युवा जंगलों के रास्ते से जाते हुए दिखाई दे रहे हैं और कई लोगों के शव भी दिखाई दिए। ऐसा ही एक वीडियो में कैथल का एक युवक का शव देखने को मिला, जो अमेरिका अपने सपने को पूरा करने के लिए गया था। वहीं, परिवार ने कच्ची सड़क पर पड़े अपने बेटे मलकीत के शव का एक वीडियो साझा किया। पिता और भाई ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया से पता चला कि पनामा के जंगल (डेरियन गैप) वाले डंकी रूट पर उसका शव देखा है और उसकी हत्या की गई है।
परिवार ने यह भी बताया कि जब उन्होंने डोंकी रूट अमेरिका गए युवकों से बात की तो पता चला कि अगर डोंकी चलाने वालों को पैसे नहीं मिलते तो वे इसी तरह लोगों को गोली मार देते हैं। यहां तक कि पुलिस भी पनामा के जंगलों में नहीं आती। यहां तक कि ऐसे लोगों का शरीर भी वहां पड़े-पड़े कंकाल में बदल जाता है।
कैथल के मटौर गांव का रहने वाला था मलकीत
मलकीत कैथल के मटौर गांव का रहने वाला था। मलकीत के पिता सतपाल कहते हैं कि मैं किसान हूं। बेटे ने पॉलिटेक्निक किया। वह अमेरिका जाकर काम करना चाहता था। उसकी मुलाकात एक एजेंट से हुई। एजेंट ने बताया कि इसकी लागत 40 लाख रुपये होगी। वह उसे अमेरिका ले जाएगा। एजेंट ने 25 लाख रुपये पहले ले लिए। इसके बाद मलकीत को कानूनी रास्ते की बजाय डंकी रास्ते से अमेरिका भेज दिया गया।
17 फरवरी को घर से निकला था मलकीतः भाई
मलकीत के भाई ने बताया कि वह 17 फरवरी 2023 को घर से निकला था। पहले तो मैं कुछ दिनों तक उससे बात करता रहा। उन्होंने कहा कि एजेंट ने डंकी रास्ते से भेजा था। 7 मार्च 2023 के बाद उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ। हमने बहुत कोशिश की, लेकिन हम उससे बात नहीं कर सके। इसके बाद सोशल मीडिया पर शव देखने के बाद हमने उसे पहचाना। एजेंट ने हमसे कुल 40 लाख रुपए लिए और बदले में हमें अपने बेटे की लाश मिली।
