सोनीपत : 3 बेटियों की मां ने दहेज प्रताड़ना से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर जीवनलीला खत्म कर ली। आरोप है कि बेटा पैदा नहीं होने के कारण महिला को ताने दिए जाते थे। रेलवे पुलिस ने जांच कर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। पिता ने दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाकर आत्महत्या को विवश करने का मुकद्दमा दर्ज कराया है।
राजकीय रेलवे पुलिस थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि पुलिस को सोमवार को सूचना मिली कि शनि मंदिर के पास एक महिला ने ट्रेन संख्या 12006 कालका शताब्दी एक्सप्रैस के आगे कूदकर आत्महत्या की है, जिसके बाद पुलिस ने जांच की तो महिला की पहचान सोनीपत के जटवाड़ा स्थित वाल्मीकि मोहल्ला निवासी बिंदू (35) के रूप में हुई। मामले की सूचना परिजनों को दी गई। शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल के शव गृह भिजवाया गया। सूचना मिलते ही महिला के मायका पक्ष के लोग भी अस्पताल पहुंचे।
गन्नौर निवासी रामनिवास ने आरोप लगाया कि उन्होंने बेटी बिंदू की शादी नवम्बर, 2013 में जटवाड़ा स्थित वाल्मीकि मोहल्ला निवासी नितिन के साथ की थी। शादी के बाद से ही बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा था। कई बार सामाजिक तौर पर समझौता भी किया। बार-बार समझाने पर भी ससुराल पक्ष बाज नहीं आया। अक्सर बेटी को बुरी तरह पीटा जाता था। साथ ही उसे घर से निकालने की धमकी दी जाती थी। सोमवार सुबह भी बेटी के साथ बुरी तरह मारपीट की गई थी। जिससे तंग आकर बेटी ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। पुलिस ने मामले में रामनिवास के बयान पर पति नितिन सहित सास, ससुर, जेठ व जेठानी के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया है।