पंजाब में सरकारी पेंशनरों को लेकर गंभीर जांच की तैयारी है। राज्य सरकार को वृद्धावस्था पेंशन में फर्जीवाड़े की शिकायतें लगातार मिलती रही हैं, जिससे यह कदम उठाया गया है। जानकारी के अनुसार, करीब 3.5 लाख से अधिक पेंशनर हैं जो अब भी पेंशन का लाभ उठा रहे…
नेशनल डेस्क: पंजाब में सरकारी पेंशनरों को लेकर गंभीर जांच की तैयारी है। राज्य सरकार को वृद्धावस्था पेंशन में फर्जीवाड़े की शिकायतें लगातार मिलती रही हैं, जिससे यह कदम उठाया गया है। जानकारी के अनुसार, करीब 3.5 लाख से अधिक पेंशनर हैं जो अब भी पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। लेकिन इन आंकड़ों में पिछले कुछ सालों से कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है, जो वित्त विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है।
8 बैंकों को जांच की जिम्मेदारी
पंजाब के पेंशनरों को आठ विभिन्न बैंकों के माध्यम से पेंशन का भुगतान किया जाता है। सरकार ने इन बैंकों को पेंशनरों की जांच का जिम्मा सौंपा है। बैंकों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी पेंशनर जीवित हैं और उनके केवाईसी दस्तावेज अद्यतन हैं।
35-40 साल पुराने पेंशनरों की विशेष जांच
वित्त विभाग ने 35 से 40 साल से अधिक समय से पेंशन ले रहे पेंशनरों की विशेष रूप से जांच का निर्देश दिया है। इन पेंशनरों को एक बार फिर लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना होगा, और वित्त विभाग जिला अधिकारियों के साथ मिलकर उनकी फिजिकल वैरिफिकेशन भी करवाएगा।