सिविल अस्पताल समालखा में रात के समय स्टाफ सदस्यों, मरीजों व उनके साथ आए परिजनों की सुरक्षा राम भरोसे हैं। मरीज व उसके साथ आए परिजन व अन्य रात भर अस्पताल परिसर में ही घूमते रहते हैं।
पानीपत (कुलदीप) : सिविल अस्पताल समालखा में रात के समय स्टाफ सदस्यों, मरीजों व उनके साथ आए परिजनों की सुरक्षा राम भरोसे हैं। मरीज व उसके साथ आए परिजन व अन्य रात भर अस्पताल परिसर में ही घूमते रहते हैं। इन हालातों में अस्पताल के स्टाफ सदस्यों, मरीजों खास कर महिला मरीजों व आम लोगों की सुरक्षा किसके भरोसे हैं। यह एक बड़ा सवालिया चिन्ह बना हुआ है, क्योंकि रात के समय कुछ शरारती तत्व शराब पीकर व अन्य नशों का सेवन कर घुमते रहते हैं। अस्पताल में उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई भी सुरक्षा कर्मी नजर नहीं आता।
मंगलवार देर रात सामान्य अस्पताल समालखा में एक हादसा देखने को मिला। जहाँ देर रात गाँव गढ़ी छाज्जू का एक युवक ने नशे की हालत में अस्पताल में तोड़-फोड़ कर मौजूदा स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए बदतमीजी की। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार दोपहर करीब 12 बजे गढ़ी छाज्जु निवासी सचिन की पत्नी को प्रसव पीड़ा के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा था। उसका देवर सचिन नशे की हालत में देर रात करीब साढ़े 3 बजे समालखा सामान्य अस्पताल पहुँचा और अपने परिजनों से मिलने की जिद करने लगा।
नशे की हालत में होने की वजह से वार्ड में महिला मरीज होने के कारण उसे सुबह मिलने का आग्रह किया गया। लेकिन नशे की हालत में होने के कारण उसने किसी की बात नहीं सुनी और दरवाजे का शीशा तोड़कर अंदर घुस आया स्टाफ सदस्यों के साथ बदतमीजी करते हुए डॉक्टर के साथ गाली गलौज की। शीशा टूटने की आवाज सुनकर आसपास के सभी मरीज और उनके परिजन व स्टाफ सदस्य इकट्ठा हो गए। युवक के परिजन भी मौके पर पहुंचे। हाथ से शीशा तोड़ने के कारण युवक जख्मी हो गया था जिस पर डॉक्टर ने इंसानियत के तौर पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए नशे में धुत युवक का उपचार किया।
रात में अस्पताल में मौजूद डॉक्टर आशीष कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि हम रात में अस्पताल में मौजूद थे तभी अचानक शीशा टूटने की आवाज आई और हम मौके पर पहुंचे तो वहां एक युवक नशे हालत में शीशा तोड़कर अंदर आया और स्टाफ सदस्य सहित मुझसे गाली ग्लोच करने लगा। उसने महिला कर्मचारी को भी नहीं बक्शा, उनसे भी अभद्र व्यवहार किया। इस दौरान युवक के परिजनों ने भी उसका साथ दिया और अपने लड़के को समझाने की बजाय उल्टा स्टाफ सदस्य के साथ उलझ पड़े और बदतमीजी की।